जब Pratika Rawal, भारतीय महिला क्रिकेट की ओपनर, ने पहला वनडे के 18वें और 19वें ओवर में इंग्लैंड की खिलाड़ियों के साथ ‘अनजाने’ शोल्डर टकराव किया, तो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने तुरंत कार्रवाई की। वह 10 % मैच‑फी जुर्माना और एक डेमरिट पॉइंट पर मिली, क्योंकि उन्होंने ICC के कोड ऑफ कंडक्ट के अनुच्छेद 2.12 का उल्लंघन किया था।
यह घटना 17 अगस्त 2024 को साउथेम्प्टन (Southampton), इंग्लैंड में खेले गए भारत‑विरुद्ध इंग्लैंड के पहले महिला वनडे में घटित हुई, जहाँ भारत ने 258‑6 को 49वें ओवर में पीछा कर 4 विकेट से जीत हासिल की।
पृष्ठभूमि और पहले की टॉस
भारत और इंग्लैंड के बीच इस श्रृंखला की धूम धड़ाका पिछले पाँच‑मैच टी20I सीरीज से शुरू हुआ, जहाँ भारत ने 3‑2 से जीत दर्ज की थी। दोनों टीमों की युवा और अनुभवी प्रोफ़ाइल ने इस वनडे को तड़के से ही ‘एड्ज़ी’ बना दिया था। इंडियन कप के पहले मैच में भारत को 258‑6 का लक्ष्य लेकर चलना पड़ा, जबकि इंग्लैंड की तेज़ पिच ने गेंदबाज़ी में हल्की‑हल्की चुनौतियों को जन्म दिया।
पहला वनडे – घटनाक्रम और दंड
पहला घटना 18वें ओवर में घटी, जब Lauren Filer ने बॉलिंग फ़ॉलो‑थ्रू में अपना बैक रखा था। Pratika Rawal रन बनाते हुए गैर‑स्ट्राइकर एंड की ओर जा रही थी, तभी उनका कंधा फीलर की पीठ से छू गया। दोनों खिलाड़ी हाथ फैलाकर अभिव्यक्ति में असहजता दिखा रहे थे, फीलर ने थोड़ा गुस्से में बॉलर को संकेत दिया।
दूसरी घटना 19वें ओवर में हुई। इंग्लैंड की स्पिनर Sophie Ecclestone ने एक आर्म‑बॉल डाली, जिससे Rawal आउट हो गई। आउट होते ही वह पविलियन की ओर चलती हुई ‘शोल्डर बर्ज़’ कर बैठी, जिससे एक्क्लेस्टोन के कंधे से फिर से संपर्क बन गया। दोनों के बीच का अंतराल छोटा था, लेकिन ICC ने इसे ‘avoidable physical contact’ माना।
ICC के मैच रेफ़री ने दोनों घटनाओं को लेवल 1‑ब्रीच के रूप में वर्गीकृत किया, और Rawal को 10 % जुर्माना व एक डेमरिट पॉइंट दिया। साथ ही इंग्लैंड को भी स्लो ओवर‑रेट के लिये 5 % जुर्माना मिल गया।
खिलाड़ियों और संगठनों की प्रतिक्रियाएँ
दंड की घोषणा के बाद Rawal ने मीडिया से कहा, “यह इरादे से नहीं था, बस मैं अपनी दिशा में दौड़ रही थी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “इस पर ज्यादा प्रतिक्रिया या शोर नहीं होना चाहिए।” उनके शब्दों में एक हल्की‑हल्की निराशा झलक रही थी, क्योंकि वह इस तरह की चर्चा से दूर रहना चाहती थीं।
इंग्लैंड की कप्तान Nat Sciver‑Brunt ने मैच‑रेफ़री के फैसले को सम्मानित किया और कहा कि “खेल के नियमों का पालन सभी को करना चाहिए।” इस बीच, भारत के बॉलिंग कोच और विश्लेषक ने संकेत दिया कि “ऐसे छोटे‑छोटे टकराव कभी‑कभी खेल की तीव्रता के कारण होते हैं, परन्तु हमें भविष्य में और सावधानी बरतनी चाहिए।”
ICC की ओर से कहा गया कि कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन “खिलाड़ियों के बीच सम्मान और सुरक्षा को बनाए रखने के लिये आवश्यक है” और आगे के खेलों में “ऐसे मामलों से बचने के लिये जागरूकता अभियानों” की योजना बना रहा है।
सीरीज पर प्रभाव और आगे की राह
इस जीत के साथ भारत को अब दो शेष वनडेज़ में से केवल एक जीत हासिल करनी है, ताकि वे 5‑मैच सीरीज को 3‑2 से clinch कर सकें। अगले मैच का आयोजन 19 अगस्त को लंदन के लीड्स में तय है, जहाँ दोनों टीमें अपनी‑अपनी रणनीति बदलकर आगे बढ़ेंगी।
प्रमुख दर्शकों के लिए यह भी उल्लेखनीय है कि भारत ने अभी‑अभी अपना T20I सीज़न जीत कर आत्मविश्वास का स्तर बढ़ाया है, और यह वनडे जीत उन्हें विश्व कप की तैयारी में एक अतिरिक्त बूस्टर देगी।
महिला क्रिकेट में शारीरिक संपर्क का महत्व
छोटे‑छोटे शारीरिक टकराव हमेशा से क्रिकेट में विवाद का कारण रहे हैं, लेकिन महिला क्रिकेट में यह मुद्दा नई संवेदनशीलता के साथ सामने आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि “खिलाड़ी के फुटवर्क, गति और अभिव्यक्ति के बीच एक कड़ी है, जिससे कभी‑कभी अनायास संपर्क हो सकता है।” इसलिए ICC ने कोड को और स्पष्ट किया है, जिससे भविष्य में समान घटनाओं से बचा जा सके।
भविष्य में यदि ऐसे टकराव फिर से हों, तो मैच रेफ़री तुरंत हेंड‑ऑफ़ ले सकता है, और टीमों को एक‑दूसरे के प्रति सम्मान दिखाने की जिम्मेदारी होगी। इस प्रकार की नीतियां न केवल खेल की शालीनता को बनाए रखेंगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण भी प्रस्तुत करेंगे।
Frequently Asked Questions
Pratika Rawal पर दंड क्यों लगाया गया?
ICC ने उन्हें 10 % मैच‑फी जुर्माना और एक डेमरिट पॉइंट इस कारण दिया कि उन्होंने दो बार इंग्लैंड की खिलाड़ियों के साथ ‘avoidable physical contact’ किया, जो कोड ऑफ कंडक्ट के अनुच्छेद 2.12 की उल्लंघना है।
इन घटनाओं से भारत‑इंग्लैंड सीरीज़ का क्या असर होगा?
यह दंड सीरीज़ के परिणाम को बदल नहीं रहा, लेकिन इससे दोनों टीमों को अगली मैचों में अधिक सतर्क रहना पड़ेगा। भारत को केवल एक जीत और चाहिए, जबकि इंग्लैंड अपने ओवर‑रेट को सुधारने पर ध्यान दे रहा है।
ICC ने इस तरह के टकराव को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
ICC ने कहा है कि वे कोड ऑफ कंडक्ट को पुनः समीक्षा करेंगे, खिलाड़ियों को जागरूकता सत्र देंगे और मैच‑रेफ़री को ‘हैंड‑ऑफ़’ की अनुमति देंगे, ताकि भविष्य में अनावश्यक शारीरिक संपर्क से बचा जा सके।
क्या इंग्लैंड के खिलाड़ी भी इस दंड से प्रभावित हुए?
इंग्लैंड को स्लो ओवर‑रेट के कारण 5 % मैच‑फी जुर्माना मिला। उनके खिलाड़ियों की व्यक्तिगत दंड़ नहीं हुई, परंतु टीम को अपनी बॉलिंग गति के लिए अतिरिक्त दंड का सामना करना पड़ रहा है।
भविष्य में महिला क्रिकेट में शारीरिक संपर्क के नियम कैसे बदलेंगे?
विशेषज्ञों के अनुसार, ICC जल्द ही ‘सुरक्षित रन‑ऑफ’ प्रोटोकॉल को आधिकारिक तौर पर लागू करेगा, जिससे खिलाड़ी रन बनाते समय अधिक दूरी बनाए रखें और अनायास टकराव की संभावना घटे।