बिलासपुर में आत्महत्या का मामला: बिलासपुर में एक युवक ने चूहे की दवा खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए चूहे की दवा खाने की घटना चार दिन पहले की है। युवक का अस्पताल में इलाज चल रहा था। आज मौत के बाद परिजन और दोस्त पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े थे। उन्होंने जिला अस्पताल में हंगामा किया। हालांकि डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम कराने के बाद ही शव सौंपने की बात कही। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार सिरगिट्टी की पंचशील कॉलोनी निवासी विजय सिंघारे पिता प्रदीप सिंघारे गैरेज चलाते थे। 28 फरवरी को उसने अपने घर पर चूहे की दवाई खाई। कुछ देर बाद दवा असर करने लगी और उल्टी होने लगी।
शव नहीं मिलने पर जिला अस्पताल में हंगामा पीएम
तब परिजनों ने पूछताछ की। युवक पहले तो कुछ नहीं बता रहा था, लेकिन दबाव बनाने पर चूहा दवा खाने की जानकारी दी। परिवार में कोहराम मच गया। युवक को तत्काल इलाज के लिए सिम्स ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने हालत को गंभीर बताया. जब उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिवार और दोस्तों को सरकंडा के थाम अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन, फिर भी हालत में सुधार नहीं हुआ और सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने सिरगिट्टी पुलिस को सूचना दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया. परिजनों ने जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर हंगामा करना शुरू कर दिया।
छत्तीसगढ़ समाचार: यूक्रेन से लौटे छात्रों को लेकर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान, केंद्र को लिखा पत्र
अगर जहर से मौत हुई है तो पोस्टमार्टम कराने का क्या मतलब है?
उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने साफ लिखा है कि युवक की मौत जहर से हुई है. फिर पोस्टमार्टम कराने का क्या मतलब है? पुलिसकर्मियों ने समझाइश देकर परिवार को शांत कराया। पुलिस की सलाह पर परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हो गए। पूछताछ में युवक के परिजनों ने बताया कि मृतक विजय अपने परिचित की लड़की चाहता था और दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे. एक साल पहले ही दोनों ने प्रेम विवाह किया था। थाना प्रभारी सागर पाठक ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. प्रारंभिक जांच में युवक के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
छत्तीसगढ़ कोरोना अपडेट: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को मिले 107 नए कोरोना केस, किसी मरीज की मौत नहीं
,