बक्सर: शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बक्सर की उत्तरायणी गंगा में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। कार्तिक पूर्णिमा पर यहां लाखों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान दीपदान, हवन, यज्ञ, वस्त्र दान भी किया गया। बक्सर में उत्तरायणी गंगा के कारण हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं। इसी वजह से इस साल भी यहां भक्तों की भीड़ उमड़ी। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गंगा घाट पर एक अलग ही नजारा देखने को मिला। वहीं रामरेखा घाट के पंडित वाला बाबा और धनजी तिवारी ने यहां आए सभी श्रद्धालुओं को कार्तिक पूर्णिमा का महत्व बताया.
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर अलर्ट मोड पर था प्रशासन
शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बक्सर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर नजर आया. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को शहर के बाहर ही रोक दिया गया। सभी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए पुलिस हर जगह मौजूद थी। गंगा घाट पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे थे।
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कार्तिक मास की कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
हिंदू धर्म में कार्तिक मास को महत्वपूर्ण माना जाता है। कार्तिक माह में धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ पर्व भी मनाए जाते हैं। इस महीने को भगवान विष्णु का प्रिय महीना भी कहा जाता है। कार्तिक मास में पूर्णिमा का विशेष महत्व है। विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान नारायण ने कार्तिक पूर्णिमा की तिथि को मत्स्य अवतार लिया था।
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान और दान का महत्व
पंचांग के अनुसार हर महीने पूर्णिमा की तिथि आती है, लेकिन इन सभी पूर्णिमा तिथियों में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दीप दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा है।
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