भारतीय जनता पार्टी ने यूपी के दंगल से 45 उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी की है. जिसमें कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं तो कई नए चेहरों को मौका मिला है. बलिया से पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की सीट बदलकर बैरिया कर दी गई। जहां इस बार मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिला. इस लिस्ट में यह भी दिलचस्प है कि अमेठी राजघराने से संजय सिंह की पत्नी गरिमा का टिकट काटकर संजय पर ही भरोसा जताया है. वहीं आजमगढ़ जिले के एकमात्र बीजेपी विधायक को इस बार मौका नहीं मिला है. सगड़ी सीट से उनकी जगह बसपा की ओर से आई वंदना सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं मोहम्मदाबाद सीट से अलका राय को फिर से टिकट मिला है. इसके अलावा इसौली से ओमप्रकाश पांडे, सुल्तानपुर से विनोद सिंह, लंभुआ से सीताराम वर्मा, रानीगंज से धीरज ओझा को टिकट मिला है. इलाहाबाद उत्तर से हर्ष बाजपेयी, कोरांव से राजमणि कोल, बाराबंकी से राजमणि मौर्य, टांडा से कपिल देव वर्मा… अलापुर से त्रिवेणी राम, अकबरपुर से धर्मराज निषाद, रुधौली से संगीता प्रताप जायसवाल, सिसवा से प्रेम सागर पटेल, महाराजगंज से जय मंगल कनौजिया, गोरखपुर ग्रामीण से विपिन सिंह… रामकोला से विनय गोंड, भाटपर रानी से सभा कुंवर कुशवाहा, सलेमपुर से विजय लक्ष्मी गौतम, सगड़ी से वंदना सिंह, फूलपुर पवई से रामसूरत राजभर, मधुबन से रामविलास चौहान, घोसी से विजय राजभर, गोहना से मुहम्मदाबाद श्री राम सोनकर… इस बार भाजपा ने दो महिला विधायकों का टिकट काट कर उनके पतियों को टिकट दिया है. पहला नाम सरकार में मंत्री और सरोजिनी नगर की विधायक स्वाति सिंह का है…जिनके टिकट उनके पति दयाशंकर सिंह को लखनऊ की जगह बलिया से दिया गया है..जबकि उनमें दूसरा नाम गरिमा सिंह… जगह उनके पति और पूर्व सांसद संजय सिंह को टिकट मिल गया है… जो अपनी दूसरी पत्नी के लिए दावा कर रहे थे… लेकिन दोनों पत्नियों के बजाय पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है.
,