ओमाइक्रोन प्रकार के लक्षण: देश में फैल रहे कोरोना के नए रूप ओमाइक्रोन को लेकर विशेषज्ञ चिंतित हैं। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लक्षण हल्के होते हैं, जबकि अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि इसे साधारण संस्करण नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह अन्य प्रकारों की तुलना में 70 प्रतिशत तेजी से फैलता है। कोरोना के नए रूप का असर बच्चों पर भी पड़ रहा है और बच्चों में इसके लक्षण वयस्कों से अलग हैं. अब तक किसी भी मरीज में कोरोना का पहला लक्षण बुखार और खांसी है, लेकिन बच्चों में ओमाइक्रोन का लक्षण थोड़ा अलग होता है।
पद्मश्री डॉ एम वली ने बताया बच्चों में ओमाइक्रोन के लक्षणों की पहचान कैसे करें
एबीपी न्यूज ने जब इस बारे में पद्म श्री पुरस्कार विजेता डॉक्टर एम वली से बात की तो उन्होंने बताया कि वास्तव में अभी तक बच्चों के लिए कोई वैक्सीन नहीं आई है। ऐसे में ओमाइक्रोन बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। ओमाइक्रोन के लक्षणों पर डॉक्टर ने बताया कि अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है और बोल नहीं सकता तो ध्यान देने की जरूरत है. जैसे ही आप खाना पीना बंद कर दें, चिड़चिड़े हो जाएं और बुखार हो जाए, तो तुरंत इसकी जांच कराएं क्योंकि बच्चे को ओमाइक्रोन हो सकता है। इसके साथ ही अगर बच्चा 5 से 10 साल का है और अचानक थकने लगता है, उसे लूज मोशन यानी खांसी के साथ पेट खराब होने की शिकायत होने लगती है, तो इस पर ध्यान देना चाहिए।
बच्चे को पेट दर्द की भी शिकायत हो सकती है। उसे पेट के निचले हिस्से में दर्द होगा। छोटा बच्चा बोलकर अपना दर्द बयां नहीं कर सकता। अगर आपका बच्चा सर्दी, बुखार से पीड़ित है, खाने से मना कर रहा है और 2 से 3 दिन में दस्त लगने लगे तो बच्चा ओमिक्रॉन की चपेट में आ सकता है। वयस्कों की तुलना में बच्चों को खांसी और गले में खराश होने का खतरा अधिक होता है। ओमिक्रॉन से संक्रमित होने के तुरंत बाद बच्चों को खांसी होने लगती है। डॉक्टर वली ने यह भी बताया कि बच्चे सिरदर्द नहीं बता पाते हैं, लेकिन ओमाइक्रोन के लक्षणों में यह देखा गया है कि बच्चों को वयस्कों की तुलना में अधिक सिरदर्द होता है।
गणतंत्र दिवस पर दिखेगा अब तक का सबसे बड़ा फ्लाईपास्ट, 5 राफेल समेत 75 विमान लेंगे हिस्सा
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना, टिकट बंटवारे को लेकर कही ये बड़ी बात
,