झारखंड कोरोनावायरस मामले: झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अहम बैठक बुलाई है. बैठक में तय होगा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किस तरह की पाबंदियां लागू की जाएं. इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन ने कोरोना के हालात की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए थे. सीएम ने लोगों से फेस मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा था कि कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है, यह चिंताजनक है.
हर पहलू पर सरकार की नजर
बता दें कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने विभिन्न विभागों से सुझाव मांगे हैं.
सरकार की ओर से कहा गया है कि, आपकी सरकार आपकी सुरक्षा के लिए सभी पहलुओं पर कड़ी निगरानी रख रही है और कल (सोमवार) आपदा प्राधिकरण की प्रस्तावित बैठक में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सभी के हित में उचित निर्णय लेंगे. तुम्हारा।
#कोविड 19 बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने विभिन्न विभागों से सुझाव मांगे हैं.
आपकी सरकार आपकी सुरक्षा के लिए सभी पहलुओं पर बारीकी से निगरानी कर रही है और कल (सोमवार) आपदा प्राधिकरण की प्रस्तावित बैठक में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आप सभी के हित में उचित निर्णय लेगी.– मुख्यमंत्री कार्यालय, झारखंड (@JharkhandCMO) 2 जनवरी 2022
कड़े प्रतिबंध लगाने की सिफारिश
इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से राज्य में सख्त पाबंदियां लागू करने की सिफारिश की है. स्वास्थ्य विभाग ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से सिफारिश की है कि 15 जनवरी तक रात का कर्फ्यू लगाने के साथ ही स्कूल, कॉलेज, मॉल, रेस्तरां, होटल, पार्क और सार्वजनिक स्थानों सहित अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया जाए जहां भीड़भाड़ है. जाना चाहिए। वहीं जरूरी चीजों में पहले की तरह छूट देने की बात कही गई है।
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