बलरामपुर समाचार: कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर बलरामपुर-रामानुजगंज में विभिन्न स्थानों से कुल 434 बोरी अवैध धान जब्त किया गया है. राजपुर तहसीलदार सुरेश कुमार राय धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करने निकले थे. उन्होंने अशोक सोनी को किसान धना यादव के खाते से 65 बोरी अवैध धान बेचते हुए पाया। तहसीलदार ने मंडी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए अवैध धान को जब्त कर लिया है. दूसरा, पहला बलरामपुर विकासखंड पिपरौल गांव का है.
कोचिया राजेंद्र राम भाई के खाते से 50 बोरी अवैध धान खरीद केंद्र में खर्च करने की कोशिश कर रहा था. राजस्व विभाग ने धान की ढुलाई में लगे ट्रैक्टर को जब्त कर आरोपितों के खिलाफ मंडी एक्ट के तहत कार्रवाई की है. तीसरी कार्रवाई शंकरगढ़ प्रखंड के दीपडीह गांव निवासी मनोज जायसवाल के गोदाम में की गयी. इसी गांव के कृष्णकांत गुप्ता के गोदाम से प्रशासनिक अधिकारियों को 151 बोरी व 168 बोरी अवैध धान मिली. इधर भी अवैध धान को जब्त कर दोनों के खिलाफ मंडी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया था.
धान के अवैध भंडारण व बिक्री पर प्रशासन का छापा
धान खरीदी का सीजन आते ही कोच्चिया और पहले से तैयारी कर चुके बड़े व्यापारी किसानों से औने-पौने दाम पर धान खरीद लेते हैं और फिर सरकारी दर पर पट्टेदार किसान के खाते से अवैध धान बेच देते हैं. अवैध धान बेचकर लाखों की कमाई की जाती है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी बलरामपुर जिले में धान के अवैध भंडारण और फिर धान खरीद केंद्रों में खपत के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन गनीमत है कि इस बार बलरामपुर-रामानुजगंज जिला प्रशासन कुछ सख्त नजर आ रहा है. यदि खरीद के अंतिम दिन तक यह सख्ती जारी रही तो परिणाम प्रशासन के पक्ष में होगा क्योंकि बलरामपुर-रामानुजगंज झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा से सटा है.
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