प्रो कबड्डी लीग 2021-22: प्रो कबड्डी लीग का आठवां सीजन रोमांच की नई गाथा लिख रहा है। मेट पर नए रिकॉर्ड बन रहे हैं और कई पुराने रिकॉर्ड टूट रहे हैं। इस सीजन में कई ऐसे खिलाड़ी देखने को मिले हैं, जिन्होंने अपने दम पर टीम को टॉप पर पहुंचाया है, कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका नाम बड़ा है और अब तक उन्होंने अपनी टीम के लिए ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिन्हें हर टीम बचाना चाहती है. इसी तरह, हम कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स पर एक नज़र डालते हैं जो इस लीग को रोमांचक बनाते हैं।
लीग की सबसे बड़ी जीत
प्रो कबड्डी लीग सीजन 8 अपने चरम पर है लेकिन सबसे ज्यादा अंतर से जीतने का रिकॉर्ड पीकेएल के पांचवें सीजन में ही बना था। विजेता टीम बेंगलुरू बुल्स रही और यूपी योद्धा को हार का स्वाद चखना पड़ा। पीकेएल के इतिहास की सबसे बड़ी जीत लेते हुए बेंगलुरु की टीम ने यूपी योद्धा को 40 अंकों के अंतर से हराया। हालांकि प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन के सीजन का खिताब पटना पाइरेट्स ने जीता था. लेकिन बैंगलोर बुल्स ने इस कारनामे के लिए खूब सुर्खियां बटोरी थीं. बुल्स के स्टार रेडर रोहित कुमार ने इस मैच में 30 रेड पॉइंट बनाए थे। इस बहादुर रेडर के नेतृत्व में टीम ने यूपी योद्धा को एकतरफा मुकाबले में 64-24 के बड़े अंतर से मात दी।
लगातार अधिकांश मैचों में अजेय
प्रो कबड्डी लीग में अब तक की सबसे लंबी जीत का रिकॉर्ड यू मुंबा की टीम के नाम है। इस टीम ने लगातार 11 मैचों में खुद को हार से दूर रखा और मैट पर विरोधियों के छक्के बचाए। यह कारनामा यू मुंबा की टीम ने पीकेएल के सीजन 3 में किया था। 11 मैचों से अजेय रहने का यह रिकॉर्ड अभी तक नहीं टूटा है। पीकेएल सीजन 3 में मुंबई की टीम अंक तालिका में शीर्ष पर बनी रही और फाइनल में भी अपनी जगह पक्की कर ली। मुंबई की टीम ने लगातार तीसरे फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, गत चैंपियन खिताब नहीं बचा सके और पटना पाइरेट्स से 31-28 के अंतर से हार गए। इससे पहले प्रो कबड्डी सीजन 1 और 2 में मुंबई फाइनल में पहुंची थी।
लगातार अधिकांश मैच हारे
रिकॉर्ड सिर्फ जीत का नहीं हार का भी होता है। हारने वाला भी रिकॉर्ड के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा लेता है। ये हर खेल के ऐसे रिकॉर्ड हैं जिनसे सभी टीमें बचना चाहती हैं। प्रो कबड्डी सीजन 3 में बैंगलोर ने ऐसा ही कारनामा किया था। बेंगलुरु बुल्स के नाम प्रो कबड्डी के इतिहास में लगातार 10 मैच हारने का रिकॉर्ड है। पीकेएल सीजन 3 में बेंगलुरू बुल्स ने कुल 14 मैच खेले और सिर्फ दो मैचों में टीम का नाम दर्ज करा सकी। सीजन 3 की अंक तालिका में बुल्स नीचे से दूसरे स्थान पर रहे। हालांकि, वही बैंगलोर बुल्स ने सीजन 6 में शानदार प्रदर्शन किया और खिताब अपने नाम किया।
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