उत्तर प्रदेश के लिए एबीपी न्यूज सी वोटर सर्वे: बीजेपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनकी कर्मभूमि गोरखपुर से मैदान में उतारकर कई समीकरण गढ़ने की कोशिश की है. बीजेपी के लिए पूर्वांचल के 15 जिलों का राजनीतिक समीकरण अयोध्या, काशी और मथुरा से ज्यादा अहम है क्योंकि यहां करीब 130 विधानसभा सीटें हैं, जो सत्ता तक पहुंचने का सीधा रास्ता है.
पांच साल पहले भी पूर्वांचल के लोगों ने उम्मीद से ज्यादा सीटें देकर योगी की झोली भर दी थी, लेकिन इस बार बीजेपी के विपक्षी दल वहां ज्यादा सक्रिय हैं, इसलिए पार्टी हर तरह के फायदे-नुकसान का आकलन कर ही रही है. गोरखपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के नेता सोच रहे थे कि अयोध्या, मथुरा और काशी से जो भी उम्मीदवार बनाया जाएगा, वह भाजपा के नाम पर जीतेगा, लेकिन पूर्वांचल के मजबूत किले को बचाना ज्यादा जरूरी है। पार्टी सोच रही थी कि गोरखपुर से योगी से लड़कर इन जिलों में पार्टी की स्थिति और मजबूत की जाए, जहां सपा एक बड़ी ताकत बनकर उभर रही है.
इसको लेकर एबीपी सी वोटर की टीम जनता के बीच पहुंची। सर्वे के जरिए यह जानने की कोशिश की गई कि क्या योगी के चुनाव लड़ने से पूर्वांचल की सीटों पर असर पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में जनता की प्रतिक्रिया सकारात्मक है। इस सवाल का जवाब 49 फीसदी लोगों ने हां में दिया है. इन लोगों का कहना है कि योगी के चुनाव लड़ने से पूर्वांचल की सीटों पर असर पड़ेगा. वहीं 37 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे पूर्वांचल की सीटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. 14% जनता का जवाब नहीं पता।
क्या पूर्वांचल की सीटों पर पड़ेगा योगी के चुनाव का असर?
हाँ – 49%
नहीं-37%
अज्ञात-14%
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