पीयूष जैन छापेमारी: जीएसटी इंटेलिजेंस ने कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से 177 करोड़ 45 लाख रुपये बरामद किए हैं। जीएसटी इंटेलिजेंस के महानिदेशक द्वारा व्यापारी के घर से जो नकदी जब्त की गई है, उसे एफडी (फिक्स डिपॉजिट) किया जाएगा। आपको बता दें कि पीयूष जैन को टैक्स चोरी के मामले में गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उसके घर से अघोषित नकदी के अलावा 23 किलो सोना और अन्य कीमती सामान जब्त किया गया है।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि कानपुर में पान मसाला (गुटखा) और इत्र कारोबारी पीयूष जैन के आवास से 177.45 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी मिली है. मंत्रालय के अनुसार, यह किसी भी स्थान से बरामद और जब्त की गई अब तक की सबसे बड़ी अघोषित नकदी है।
इसके अलावा तलाशी दल को कन्नौज स्थित व्यवसायियों के ठिकानों (आवासीय व कारखाना परिसर) से भी करीब 17 करोड़ रुपये नकद मिले. इस व्यवसायी के परिसर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अधिकारियों की तलाशी के दौरान इतनी बड़ी मात्रा में अघोषित नकदी और सोना पकड़ा गया है.
जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की अहमदाबाद इकाई ने कर चोरी के आरोप में 22 दिसंबर को जैन के परिसरों की तलाशी शुरू की थी। जैन के ठिकानों से 23 किलो सोना और बड़ी मात्रा में इत्र से संबंधित कच्चा माल भी मिला है। इनमें 600 किलोग्राम से अधिक चंदन का तेल शामिल है। उसके घर के तहखाने से सोना और चंदन का तेल बरामद किया गया। इसकी बाजार कीमत करीब 6 करोड़ रुपये है।
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