किसानों का विरोध : भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान 15 दिसंबर तक यहां दिल्ली सीमा पर अपना आंदोलन स्थल पूरी तरह खाली कर देंगे। उन्होंने कहा कि किसानों का पहला दल शनिवार को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुआ। इस बीच यहां के किसानों ने मिठाइयां बांटकर तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का जश्न मनाया।
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने कहा कि सरकार ने अपने विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया है और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए सहमत हो गई है। उन्होंने कहा कि रविवार को गाजीपुर सीमा के एक बड़े हिस्से को साफ कर दिया जाएगा. हालांकि, यह 15 दिसंबर तक पूरी तरह खाली हो जाएगा। टिकैत ने कहा कि वह सभी किसानों को घर वापस भेज देंगे।
आज से घर-घर लौट रहे किसानों का धरना प्रदर्शन
बता दें कि केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों को मान लिया था, जिसके बाद यूनाइटेड फार्मर्स फ्रंट ने किसान आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की थी. आंदोलन स्थगित करने के फैसले के बाद किसान नेता राकेश टिकट ने कहा था, ”संयुक्त मोर्चा की सभा यहां से जा रही है. 11 दिसंबर से सीमा साफ होने लगेगी. धरना स्थल को खाली कराने के लिए पैकिंग शुरू कर दी गई है.” उन्होंने कहा था कि 11 दिसंबर को हम इस जीत के साथ अपने गांव लौटेंगे. वहीं भारतीय किसान संघ के नेता ने कू पर लिखा था, ”लंडेंगे जीतेंगे.”
घर लौट रहे 2 किसानों की सड़क हादसे में मौत
वहीं, शनिवार को हरियाणा के हिसार जिले के टिकरी सीमा पर धरना स्थल से लौट रहे पंजाब के दो किसानों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. मृतकों की पहचान सुखदेव सिंह और अजयप्रीत सिंह के रूप में हुई है, जबकि घायल हुए एक युवक की पहचान रघबीर सिंह के रूप में हुई है. ये लोग धरना स्थल से ट्रैक्टर से अपने गांव लौट रहे थे। इस दौरान शनिवार सुबह करीब पांच बजे एक कैंटर ने ट्रैक्टर को टक्कर मार दी।
इसे भी पढ़ें-
एबीपी सी-वोटर सर्वे: उत्तराखंड में बंटे वोटर, बीजेपी और कांग्रेस में है कड़ा मुकाबला, जानें कितनी सीटों पर किसकी हिस्सेदारी का अनुमान
बीएसएफ क्षेत्राधिकार: बीएसएफ का दायरा बढ़ाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची पंजाब सरकार, सिद्धू बोले- स्वायत्तता बनाए रखने की लड़ाई शुरू
,