आईटी छापे: साल के आखिरी दिन भी उत्तर प्रदेश में छापेमारी का दौर जारी रहा. जीएसटी के छापे के बाद आज यानी शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के कन्नौज के एमएलसी पुष्पराज जैन के परिसरों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान अब तक करीब 100 करोड़ रुपये की फर्जी शेयर पूंजी की जानकारी मिली है, जिससे पुष्पराज जैन मुश्किल में पड़ सकते हैं.
उधर, जीएसटी छापेमारी के दौरान मशहूर हुए पीयूष जैन के सहयोगियों के परिसरों में आयकर विभाग की एक अन्य टीम ने छापेमारी की. कहा जाता है कि पीयूष जैन ने इन्हीं व्यापारियों से ट्रेनिंग लेकर काम सीखा था। कन्नौज और दिल्ली में उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस समूह को खुसरो मलिक समूह भी कहा जाता है।
पुष्पराज जैन के घर मुंबई यूनिट का छापा
आयकर विभाग के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक, आयकर विभाग की मुंबई इकाई एसपी एमएलसी पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी कर रही है और मुंबई, कोलकाता और उत्तर प्रदेश में छापेमारी जारी है. आयकर विभाग की मुंबई इकाई को जानकारी मिली थी कि पुष्पराज जैन के पास मनी लॉन्ड्रिंग मनी हो सकती है। इसके साथ ही उसने बड़े पैमाने पर इनकम टैक्स चोरी भी की है.
ईडी अधिकारियों को भी करना पड़ सकता है सामना
इसकी लखनऊ इकाई की मदद से आयकर विभाग की मुंबई इकाई ने पुष्पराज जैन के परिसरों पर छापेमारी की. सूत्रों के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को शेल कंपनी के जरिए कोलकाता से फर्जी शेयर ट्रेडिंग का पता चला है. आयकर विभाग को संदेह है कि इस पैसे को जैन ने अपने रियल एस्टेट कारोबार में निवेश किया होगा और मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका के चलते जैन को आने वाले दिनों में ईडी के अधिकारियों का भी सामना करना पड़ सकता है.
दिल्ली के ईश्वर नगर इलाके में भी छापेमारी की गई.
दिल्ली के ईश्वर नगर इलाके में भी छापेमारी की गई. यह घर इत्र व्यवसायी मलिक खुसरो समूह से भी जुड़ा बताया जाता है। इधर आयकर विभाग के अधिकारियों ने देर शाम तक तलाशी ली और इस दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद होने का दावा किया है. आयकर विभाग यानी मुंबई और लखनऊ इकाइयों की दोनों टीमें दिल्ली-एनसीआर और कोलकाता में भी छापेमारी कर रही हैं.
अगले 2 दिनों तक जारी रह सकती है छापेमारी
देर शाम तक चली छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने कुछ इलेक्ट्रानिक उपकरण और मोबाइल फोन समेत कई रजिस्टर जब्त किए हैं और उनके आकलन का काम जारी है. यह छापेमारी अगले 2 दिनों तक जारी रह सकती है. इस छापेमारी को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है और समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं.
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इस छापेमारी के दौरान देर शाम तक भारी मात्रा में नकदी बरामद नहीं हुई, लेकिन जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, वे इन लोगों के गले की हड्डी बन सकते हैं.
इसे भी पढ़ें-
यूपी चुनाव 2022: अमित शाह का अयोध्या से सपा-बसपा पर हमला, कहा- बुआ बबुआ से बैग में मिल रहे हैं ढेर सारे नोट
GST काउंसिल: आम जनता को राहत, कपड़ों पर GST की बढ़ी हुई दर 1 जनवरी से लागू नहीं होगी- GST काउंसिल का फैसला
,