लखीमपुर हिंसा पर प्रियंका गांधी: एसआईटी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की घटना को सुनियोजित साजिश माना है. अब एसआईटी की इस रिपोर्ट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा तेनी (अजय मिश्रा) को बर्खास्त न करना पीएम मोदी की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है.
प्रियंका गांधी ने क्या ट्वीट किया है?
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अदालत की फटकार और सत्याग्रह से अब पुलिस भी कह रही है कि गृह राज्य मंत्री के बेटे ने साजिश रचकर किसानों को कुचला था. इस साजिश में गृह राज्य मंत्री की क्या भूमिका थी? लेकिन पीएम मोदी जी किसान विरोधी मानसिकता के कारण आपने उन्हें पद से हटाया ही नहीं है.
कोर्ट की फटकार और सत्याग्रह के चलते अब पुलिस का यह भी कहना है कि गृह राज्य मंत्री के बेटे ने साजिश कर किसानों को कुचल दिया था.
इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस साजिश में गृह राज्य मंत्री की क्या भूमिका थी? लेकिन @नरेंद्र मोदी किसान विरोधी मानसिकता के कारण आपने उन्हें पद से हटाया ही नहीं है। pic.twitter.com/ZLRNNefz7I
– प्रियंका गांधी वाड्रा (@priyankagandhi) 14 दिसंबर, 2021
क्या है एसआईटी की रिपोर्ट में?
एसआईटी ने अपनी जांच में पाया है कि किसानों को कार से कुचलने की पूरी घटना सुनियोजित साजिश थी. एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगायी गयी धाराओं में भी बदलाव किया है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का मुकदमा चलेगा. आज आरोपी को भी कोर्ट में पेश होना होगा।
जानबूझकर योजना बनाकर अपराध करने का लगाया आरोप
लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों पर जांच के बाद धाराओं में बदलाव किया गया है. सभी आरोपितों पर जानबूझकर योजना बनाकर अपराध करने का आरोप है। एसआईटी ने आईपीसी की धारा 279, 338, 304ए को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी, 147, 148,149, 3/25/30 लगाया है।
प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चढ़ा दी गई
बता दें कि इसी साल 3 अक्टूबर को यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में एक एसयूवी कार ने चार किसानों को कुचल दिया था, जब वे एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों का विरोध कर लौट रहे थे. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे. घटना के बाद हुई हिंसा में कुछ लोग मारे भी गए थे। इस घटना में स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की भी मौत हो गई थी। किसानों का आरोप था कि एसयूवी अजय मिश्रा टेनी की है और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा सवार था। सुप्रीम कोर्ट में मामले की पहली सुनवाई 8 अक्टूबर को हुई थी. कई दिनों तक चली हिंसा के बाद 9 अक्टूबर को आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को कई घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.
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