लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और भोगली बिहू 2022: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ,राम नाथ कोविंद, लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, भोगली बिहु, उत्तरायण की पूर्व संध्या पर देश-विदेश में रहने वाले सभी देशवासियों को बधाई दी है। राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, भोगली बिहु, उत्तरायण और पौष पर्व के अवसर पर मैं देश-विदेश में रहने वाले सभी देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
राष्ट्रपति भवन से एक विज्ञप्ति के अनुसार, कोविंद ने कहा कि हमारे देश में मनाए जाने वाले अधिकांश त्यौहार प्रकृति और कृषि के साथ हमारे अभिन्न संबंधों को दर्शाते हैं। लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, भोगली बिहु, उत्तरायण और पौष पर्व के त्यौहार कटाई के मौसम को चिह्नित करते हैं।, क्योंकि सर्दी का मौसम समाप्त होता है और वसंत का मौसम शुरू होता है।
उन्होंने कहा कि लोग अच्छी फसल उत्पादन का आनंद लेते हैं और इन त्योहारों को मनाते हैं जो हमारे पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करते हैं। यह न केवल भारतीय विविधता का उदाहरण है बल्कि हमारे देश की विविधता में एकता का भी उदाहरण है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इन त्योहारों से लोगों में भाईचारे की भावना का विकास हो और हमारे देश में समृद्धि और खुशहाली बनी रहे।
मुझे बताओ, प्रत्येक वर्ष 13 लोहड़ी का त्यौहार भारत में जनवरी को मनाया जाता है, यह पर्व है मकर संक्रांति (मकर संक्रांति 2022) एक दिन पहले मनाया, ऐसा माना जाता है कि लोहड़ी का त्योहार नया अनाज तैयार करने और कटाई की खुशी में मनाया जाता है।, इस दौरान अलाव जलाया जाता है, इस दौरान गेहूं की बालियां अर्पित की जाती हैं,
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