परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरा बहुत प्रिय कार्यक्रम है, लेकिन कोरोना के समय में आप में से अधिकांश नहीं मिल पाए. यह मेरे लिए खुशी का कार्यक्रम है, बहुत दिनों बाद मैं आप लोगों से मिल पाया। मुझे नहीं लगता कि तुम लोग परीक्षा से डरोगे। आपके माता-पिता परीक्षा से डरेंगे।
इसके साथ ही बच्चों के सवालों का दौर शुरू हो गया। खुशी नाम की छात्रा ने पीएम मोदी के सामने पहला सवाल करते हुए पूछा…
प्रश्न (आनंद विहार दिल्ली की छात्रा खुशी जैन) – जब हम दहशत की स्थिति में हों तो परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
उत्तर- आपको डर क्यों लग रहा है? क्या यह आपकी पहली परीक्षा है? परीक्षा हमारे जीवन का एक हिस्सा है। जब हम इतनी बार परीक्षा दे चुके हैं तो हम कैसे घबरा सकते हैं? दूसरा, आपके मन में जो तनाव पैदा होता है, क्या वह तैयारी की कमी नहीं है? हो सकता है कि जिस मेहनत की जरूरत है वह पूरी नहीं हुई हो? मैं आपसे आग्रह करता हूं कि घबराएं नहीं। जो सुना है वो मत करो, जो करने आये हो वो करो। दबाव का माहौल न बनने दें। इन अनुभवों को उस प्रक्रिया के रूप में छोटा न लें, जिससे आप गुजर चुके हैं।
दूसरी बात, आपके मन में जो घबराहट होती है, उसके लिए मैं आपसे किसी भी दबाव में न आने का आग्रह करता हूं। अपने आगामी परीक्षा के समय को उसी आसान दिनचर्या में बिताएं, जिस तरह से आप अपनी दिनचर्या में बिताते हैं। अपने मन में निर्णय लें कि परीक्षा जीवन का एक आसान हिस्सा है। हमारी विकास यात्रा में ये छोटे कदम हैं। हम इस अवस्था से पहले भी गुजर चुके हैं। हम पहले भी कई बार परीक्षा दे चुके हैं। जब यह विश्वास बन जाता है तो यह अनुभव आने वाली परीक्षाओं के लिए आपकी ताकत बन जाता है।
प्रश्न (तरुण)- पिछले दो वर्षों से हम ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं जिसके कारण हमें ऑनलाइन गेम और वीडियो देखने की आदत हो गई है जिससे हमारा ध्यान भटक जाता है…
उत्तर- जब आप ऑनलाइन पढ़ाई करते हैं (पढ़ना) करो या (रील) चलो देखते हैं, तुम समझते हो, मैंने तुम्हें पकड़ लिया है। क्लास में भी कई बार आप क्लास में होंगे लेकिन एक भी काम नहीं चलेगा लेकिन आपका दिमाग कहीं और होगा, अगर दिमाग नहीं है तो सुनना बंद हो जाता है। मतलब समस्या नहीं है, मन समस्या है। माध्यम चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, लेकिन अगर मेरा मन उस तरफ से जुड़ा है, तो आपके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन में कोई अंतर नहीं है। समय के अनुसार माध्यम भी बदलता रहता है।
आपको बता दें, कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हो रहा है और यहां पीएम मोदी सीधे छात्रों से बातचीत कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में पीएम एक शिक्षक की तरह छात्रों से बातचीत कर उनके सवालों का जवाब दे रहे हैं. परीक्षा में दबाव और अंक आदि से संबंधित विषय पर बच्चे पीएम से चर्चा कर रहे हैं। आपको बता दें कि “परीक्षा पे चर्चा” में दिल्ली और एनसीआर के 1000 छात्रों ने हिस्सा लिया है। कोरोना के बाद यह पहला मौका है जब पीएम इस कार्यक्रम में शारीरिक तौर पर मौजूद हैं, अब तक यह कार्यक्रम कोरोना संक्रमण के चलते वर्चुअली किया जा रहा था.
प्रश्न- तनाव को कैसे दूर करें?
पीएम मोदी ने कहा कि आप क्या जानते हैं, आपकी तैयारी क्या है। उस पर भरोसा रखें और दूसरों की देखभाल करने के बजाय आराम से अपनी दिनचर्या को जारी रखें। परीक्षा में उत्सव की भावना के साथ उपस्थित हों।
ऑनलाइन देखने का कार्यक्रम
लाखों छात्रों और हितधारकों के लाभ के लिए परीक्षा पे चर्चा, पीपीसी 2022 को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है। कार्यक्रम की लाइवस्ट्रीम शिक्षा मंत्रालय के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उपलब्ध है। पीपीसी 2022 यूट्यूब के साथ-साथ ट्विटर हैंडल पर भी लाइव देखने के लिए उपलब्ध है। यूजीसी और सीबीएसई भी विभिन्न विश्वविद्यालयों और छात्रों के सीधे लिंक पर इस कार्यक्रम की वेबकास्टिंग करेंगे।
परीक्षा पे चर्चा 2022 कार्यक्रम का भारत भर में दूरदर्शन टीवी, डीडी और स्वयंप्रधा चैनलों पर सीधा प्रसारण किया जा रहा है। पीपीसी 2022 का 5वां संस्करण सुबह 11 बजे शुरू हो गया है।
(रिपोर्टर- जैनेंद्र कुमार)
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