Latest Posts

पति-पत्नी विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- बेटे की परवरिश के लिए पिता जिम्मेदार

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram


सुप्रीम कोर्ट सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कहा कि पति-पत्नी के बीच के विवाद में बच्चे को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े., क्योंकि ऐसा माना जाता है कि बेटे को तब तक खाना चाहिए जब तक कि वह वयस्क न हो जाए।,पालन-पोषण करना पिता का दायित्व है। जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस एएस बोपन्ना ने कहा:,पति पत्नी के बीच कोई विवाद, एक बच्चे को पीड़ित नहीं होना चाहिए। बच्चे के विकास को बनाए रखने की पिता की जिम्मेदारी तब तक रहती है जब तक, बच्चे तक,बेटा वयस्क नहीं होता है।,

पीठ ने कहा कि बच्चे की मां कमा नहीं रही थी और वह जयपुर में अपने पुश्तैनी घर में रह रही थी। अत: पुत्र का भरण पोषण करने के लिए शिक्षा,उचित पोषण के लिए,पर्याप्त राशि की आवश्यकता है, जिसका भुगतान प्रतिवादी,पति को करना है।

पिता हर महीने 50,000 रुपये का भुगतान करें,पोषण निर्देश

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संविधान का अनुच्छेद 142 फैमिली कोर्ट और हाई कोर्ट के तहत अपनी शक्ति का प्रयोग करते हुए पति और पत्नी को दी गई तलाक की डिक्री की पुष्टि की। साथ ही हर महीने पिता को 50,000 रुपये का भुगतान करें,साथ ही पोषाहार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बेंच ने माना कि अलग हुए जोड़े को हो सकता है 2011 साथ नहीं रह रहे हैं।

पीठ ने कहा कि दिसंबर 2019 पिता ने उस राशि का भुगतान करना बंद कर दिया था, सेना के अधिकारियों द्वारा भुगतान 15 नवंबर, 2012 पारित आदेश के तहत किया जा रहा था। बेंच ने कहा,प्रतिवादी,पति को प्रतिवादी की स्थिति के अनुसार, बेटे का चारा,पोषण के लिए दिसंबर 2019 से अपीलकर्ता,पत्नी प्रति माह 50,000 रुपये देने का निर्देश दिया है। दिसंबर 2019 नवंबर प्रति माह से 50,000 रुपये का बकाया 2021 भुगतान आज से आठ सप्ताह की अवधि के भीतर किया जाना चाहिए।, जोड़े की शादी 16 नवंबर, 2005 और वह व्यक्ति तब एक मेजर के रूप में सेवा कर रहा था। युगल बच्चा अब 13 एक साल हो गया है।

इसे भी पढ़ें-

Twitter नई नीति: अब बिना अनुमति के आप किसी और की निजी तस्वीरें और वीडियो ट्विटर पर साझा नहीं कर सकेंगे, जानें क्या है नया नियम

अमेरिका और यूएई में मिला ओमाइक्रोन का मामला, कम से कम 25 देशों में फैला कोरोना का नया रूप, देखें पूरी लिस्ट

,

  • Tags:
  • उच्चतम न्यायालय
  • तलाक
  • धारा 125
  • पति पत्नी
  • पति-पत्नी का विवाद
  • पति-पत्नी के विवाद का मामला
  • पिता जिम्मेदारी
  • रखरखाव

Latest Posts

Don't Miss

SUBSCRIBE NOW

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner