नवाब मलिक का समीर वानखेड़े पर हमला: महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक एक दिन भी नहीं छोड़ते जब वह एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े पर हमला नहीं करते। अब उन्होंने रविवार देर रात एक तस्वीर ट्वीट की। तस्वीर में समीर वानखेड़े एक मौलाना के साथ नजर आ रहे हैं और एक दस्तावेज पर दस्तखत कर रहे हैं.
नवाब मलिक ने इस फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा, “कबूलनामा, कबूलनामा, कबूलनामा… क्या किया समीर दाऊद वानखेड़े?” नवाब मलिक द्वारा दिए गए फोटो के कैप्शन से साफ है कि वह इस फोटो को समीर वानखेड़े की शादी की तस्वीर बता रहे हैं. इसलिए उन्होंने इसमें लिखा है “क़ुबूल है, काबुल है, काबुल है”।
कबूल किया, कबूल किया, कबूल किया …
समीर दाऊद वानखेड़े, तुमने क्या किया? pic.twitter.com/VaVMZbrNo0– नवाब मलिक نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) 21 नवंबर, 2021
मलिक ने वानखेड़े पर धर्म छिपाने का लगाया आरोप
गौरतलब है कि नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर अपना ”असली धर्म-इस्लाम” छिपाने और फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए केंद्र सरकार की नौकरी दिलाने का आरोप लगाया था. मलिक ने कहा था कि समीर वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं लेकिन आरक्षित वर्ग के तहत नौकरी पाने के लिए जाति प्रमाण पत्र जाली है। हालांकि वानखेड़े ने आरोपों से इनकार किया है.
आपको बता दें कि 3 अक्टूबर को एनसीबी ने मुंबई में एक क्रूज पार्टी में छापा मारकर आर्यन खान और कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. फिलहाल आर्यन खान जमानत पर जेल से बाहर हैं। इस मामले के बाद से ही नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर लगातार हमले कर रहे हैं. मलिक ने वानखेड़े पर बॉलीवुड के लोगों को फंसाकर फिरौती लेने का आरोप लगाया था.
“आर्यन खान मामला अपहरण और फिरौती का मामला था”
आर्यन खान मामले में भी नवाब मलिक ने कहा है कि यह अपहरण और फिरौती का मामला था। नवाब मलिक ने एक ट्वीट में कहा कि “उच्च न्यायालय के आदेश से साबित होता है कि आर्यन खान मामला अपहरण और फिरौती का मामला था। यह पूर्व नियोजित था लेकिन सार्वजनिक डोमेन में जारी एक सेल्फी ने योजना को विफल कर दिया। नकली अब उजागर हो गया है।”
उच्च न्यायालय का आदेश साबित करता है कि #आर्यनखान मामला अपहरण और फिरौती का था।
यह पूर्व नियोजित था लेकिन सार्वजनिक डोमेन में जारी एक सेल्फी योजना को विफल कर दिया।
फरजीवाड़ा अब बेनकाब हो गया है pic.twitter.com/RR2GPIicbB– नवाब मलिक نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) 20 नवंबर, 2021
इसके साथ ही उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश के कुछ बिंदु भी ट्वीट किए। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘हाई कोर्ट ने कहा, आरोपी के खिलाफ कोई आपराधिक सबूत नहीं मिला। व्हाट्सएप चैट से संबंधित कोई सबूत नहीं है। आर्यन के पास से कोई आपत्तिजनक पदार्थ नहीं मिला। अरबाज और मुनमुन के पास से कम मात्रा में नशीला पदार्थ मिला है। मुनमुन का आर्यन और अरबाज से कोई पहला संबंध नहीं है। मलिक ने ट्वीट में लिखा, ‘हाईकोर्ट ने कहा कि आर्यन खान की चैट देखने पर पता चला कि कोई साजिश तो नहीं की गई। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इस अपराध को अंजाम देने की साजिश रची गई हो।
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