जनगणना 2021 समाचार: लोकसभा में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण 2021 की जनगणना और संबंधित गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है. जनगणना 2021 कराने की सरकार की मंशा 28 मार्च 2019 के राजपत्र में अधिसूचित की गई थी। नित्यानंद राय ने इसके जवाब में कहा कि वर्ष 2020 और 2021 में विभिन्न राज्यों में जनगणना अधिकारियों के 372 पद भरे गए।
केंद्र सरकार ने यह भी बताया कि आजादी के बाद से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के अलावा अन्य जातिवार गणना नहीं की गई है. सरकार से पूछा गया कि क्या आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए सरकार की जाति जनगणना की कोई योजना है?
देश में डिजिटल जनगणना की तैयारी की जा रही है। इसके तहत सरकार एक पोर्टल के माध्यम से नागरिकों को स्वयं जानकारी देने की सुविधा लाने जा रही है। अब तक जो जनगणना हो रही थी उसके लिए जनगणना के काम में लगे कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों से फॉर्म के जरिए जानकारी लेते थे। अब जनगणना के आंकड़ों को डिजिटल जनगणना में स्मार्टफोन टैब के जरिए फीड किया जाएगा। इसके अलावा लोग पोर्टल के जरिए अपने बारे में भी जानकारी दे सकेंगे।
COVID-19 महामारी के प्रकोप के कारण, जनगणना 2021 और संबंधित क्षेत्र की गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है। जनगणना 2021 के संचालन के लिए सरकार की मंशा 28 मार्च 2019 को भारत के राजपत्र में अधिसूचित की गई थी: गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय लोकसभा में pic.twitter.com/AZJirktLpz
– एएनआई (@ANI) 7 दिसंबर, 2021
वहीं, विपक्ष की बिहार में राज्य सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना कराने की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि इस संबंध में सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी और निर्णय लिया जाएगा. सभी की सहमति के आधार पर लिया गया। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम के बाद पत्रकारों ने जाति जनगणना पर सर्वदलीय बैठक को लेकर सवाल किया था, जिस पर नीतीश ने कहा, ”हम करना चाहते हैं, हमने आपस में बात की है.” . सभी से बात करने के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी.
इसे भी पढ़ें- अमरिंदर सिंह ने की बीजेपी नेता से मुलाकात: गठबंधन की घोषणा के बाद कैप्टन अमरिंदर ने की बीजेपी के इस बड़े नेता से मुलाकात, साथ में किया लंच
यह भी पढ़ें- किसान विरोध: सरकार के प्रस्ताव पर क्या होगा रुख, राकेश टिकैत ने जवाब दिया, आंदोलन का भविष्य कल तय होगा
,