कोविड 19: पिछले 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 10,665 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद अब सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 23,307 पहुंच गई है. संक्रमण दर की बात करें तो यह दर भी बढ़कर 11.88 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले करीब 7 महीने में सबसे ज्यादा है। इस बीच, आज दिल्ली में अचानक मरने वालों की संख्या भी बढ़ गई है, पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोरोना से 8 मरीजों की मौत हुई है, यह 26 जून के बाद सबसे बड़ी मौत है।
26 जून को 9 मरीजों की मौत हुई थी। तेजी से बढ़ते इन मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने भी तैयारियां तेज कर दी है. दिल्ली में पाबंदियों के साथ ही सरकार अब अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड बढ़ाने की तैयारी कर रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने अपने 9 सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व बेड की संख्या करीब 1000 बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं, जिसके बाद अब कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व बेड की संख्या 3316 बेड से बढ़ाकर 4350 कर दी गई है. बिस्तर। का किया गया है।
जिन 9 अस्पतालों में बेड बढ़ाए गए हैं उनका विवरण इस प्रकार है
1. इंदिरा गांधी अस्पताल – 1181 बेड से बढ़ाकर 1500 बेड
2. लोक नायक अस्पताल + गुरु नानक नेत्र केंद्र + रामलीला मैदान – 650 से बढ़ाकर 750 बिस्तर
3. गुरु तेग बहादुर अस्पताल + रामलीला मैदान – 600 से बढ़ाकर 750 बिस्तर
4. बुराड़ी अस्पताल – 300 से बढ़कर 400
5. राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल – 150 से बढ़ाकर 300
6. अम्बेडकर नगर अस्पताल – 135 बेड से बढ़ाकर 200
7. दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल – 100 से बढ़ाकर 150 बेड
8. दीपचंद बंधु अस्पताल – 100 से बढ़ाकर 150 बेड
9. डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल – 100 बिस्तरों से बढ़ाकर 150 बिस्तर
साथ ही इन सभी अस्पतालों के एमएस/एमडी/निदेशकों को भी निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द जरूरत के मुताबिक मैनपावर, उपकरण आदि की व्यवस्था करें ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो. इससे पहले दिल्ली सरकार ने सभी निजी और नर्सिंग होम को कोविड मरीजों के लिए 40 फीसदी बेड रिजर्व करने का आदेश जारी किया है, जहां 50 या इससे ज्यादा बेड उपलब्ध हैं.
यह भी पढ़ें:
दिल्ली में आज आए कोरोना के खौफनाक आंकड़े, 10 हजार 665 लोग हुए संक्रमित, 8 मरीजों की मौत
दरअसल, दिल्ली सरकार अब अस्पतालों में बेड जल्द से जल्द बढ़ाने की कोशिश कर रही है, ताकि अस्पताल को जरूरत पड़ने पर मरीजों को कोई परेशानी न हो, हालांकि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के एक बयान के मुताबिक, अब दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ 2 से 3 फीसदी बेड ही भरे हुए हैं, जबकि बाकी मरीज होम आइसोलेशन में हैं, ऐसे में अस्पतालों में बेड की कमी को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है.
यह भी पढ़ें:
कैसे हुआ जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश, वायुसेना की ‘प्रोग्रेस रिपोर्ट’ में किए ये खुलासे
,