किसानों का धरना समाप्त : कृषि से जुड़ी कई मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन समाप्त होते ही एक साल बाद गाजीपुर बार्डर, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फिर से वाहन दौड़ने लगे. हालांकि अभी इतने वाहन नहीं चल रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कर्मचारी सड़क की सफाई कर रहे हैं। साथ ही अन्य समस्याओं पर भी काम किया जा रहा है। गुरुवार की सुबह हाईवे पर वाहनों के चलने का सिलसिला शुरू हुआ और धीरे-धीरे हाईवे पर वाहनों की संख्या बढ़ती गई.
इसके अलावा हाईवे से निकलने के बाद एक साल से बंद टोल प्लाजा भी फिर से शुरू हो गया है और हाईवे से गुजरने वाले वाहनों की पर्ची भी कटनी शुरू हो गई है. जानकारी के अनुसार गाजियाबाद प्रशासन आज शाम तक एक बार फिर हाईवे को पूरी तरह से खोलने का प्रयास कर रहा है ताकि लोग सामान्य रूप से आवाजाही कर सकें.
लंबे जाम से नहीं जूझना पड़ेगा
दरअसल, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे नेशनल हाईवे 24 और 9 पर पिछले एक साल से किसान बैठे थे, जो अब जा चुके हैं. इसके बाद नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली ऑफिस जाने वाले लोगों को अब लंबा ट्रैफिक जाम नहीं झेलना पड़ेगा और अब लोग एक बार फिर आराम से दिल्ली जा सकेंगे.
सीमा साफ करने से पहले किसानों ने सुबह हवन किया
इससे पहले कृषि कानूनों और अन्य मांगों पर सरकार से सहमति जताने के बाद किसान दिल्ली की सीमा से अपने घरों के लिए रवाना हो गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर खाली करने से पहले किसानों ने सुबह हवन किया और सभी का शुक्रिया अदा करते हुए बॉर्डर खाली कर दिया. इस मौके पर राकेश टिकैत व अन्य किसान जीत का जश्न मनाते हुए अब मंसूरपुर होते हुए मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा, सौरम पहुंचे और सीमा से अपने गांव सिसौली पहुंचे.
इसे भी पढ़ें।
Omicron Variant: दिल्ली में बढ़ रहा है Omicron का डर, 2 नए मामले सामने आए, 9 लोगों का इलाज जारी
,