रिश्वत का मामला: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मालेगांव गुवाहाटी, उत्तर सीमांत रेलवे में तैनात उप मुख्य इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर सहित तीन लोगों को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने गुवाहाटी (असम), पटना (बिहार) और नोएडा (यूपी) में 9 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान कई अहम दस्तावेजों के साथ नगदी आदि भी बरामद होने का दावा किया गया है.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोगों में पटना के सन साइन डिवाइस कंपनी लिमिटेड के निदेशक रेलवे इंजीनियर रंजीत कुमार बौरा, चिंतन जैन और उनके कर्मचारी नीरज कुमार शामिल हैं. सीबीआई के मुताबिक इस मामले में इन तीनों के अलावा अज्ञात सरकारी नौकरी और निजी लोगों को भी विभिन्न आपराधिक धाराओं में दर्ज किया गया है.
दो करोड़ रुपये की मांग
इस मामले में आरोप है कि रेलवे में पदस्थापित उप मुख्य विद्युत अभियंता रंजीत कुमार ने इससे पहले भी निजी कंपनी सनशाइन डिवाइस कंपनी के निदेशक को कई अवैध लाभ दिए थे और इन लाभों के बदले में लाभ लिया था. आरोप यह भी है कि रंजीत कुमार ने इस कंपनी के निदेशक से कहा कि वह भविष्य में भी उन्हें लाभ देते रहेंगे। इसके बदले में दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी। आरोप है कि उक्त कंपनी ने इस रेलवे अधिकारी को किश्तों में रिश्वत की राशि भेजना भी शुरू कर दिया था.
निजी कंपनी का कर्मचारी गिरफ्तार
सीबीआई को जब इसकी जानकारी मिली तो शुरुआत में इसकी पुष्टि हुई। इस सत्यापन के दौरान जानकारी में तथ्य सामने आने पर मामला दर्ज किया गया. इसके साथ ही सीबीआई ने उक्त रेलवे अधिकारी को 15 लाख रुपये की रिश्वत की अदला-बदली करने वाले निजी कंपनी के कर्मचारी समेत रेलवे अधिकारी और कंपनी के तत्कालीन निदेशक को गिरफ्तार कर लिया. उक्त निजी कंपनी के निदेशक सहित अन्य लोगों को इस रेलवे अधिकारी द्वारा प्रदान किए गए अवैध लाभ के बारे में जांच की जा रही है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने पटना, नोएडा और गुवाहाटी में 9 जगहों पर छापेमारी की और इस छापेमारी के दौरान बरामद माल का भी आकलन किया जा रहा है. मामले की जांच की जा रही है।
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