सोनू सूद न्यूज: बॉलीवुड स्टार सोनू सूद अब पंजाब में वोटिंग आइकॉन नहीं रहेंगे। वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के मकसद से सोनू सूद को राज्य का वोटिंग आइकन बनाया गया। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने अभिनेता सोनू सूद की पंजाब के स्टेट आइकन के रूप में नियुक्ति को वापस ले लिया है। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) डॉ एस करुणा राजू ने जानकारी देते हुए पुष्टि की कि चुनाव आयोग ने अभिनेता सोनू सूद की 4 जनवरी 2022 को पंजाब के स्टेट आइकन के रूप में नियुक्ति वापस ले ली है।
वहीं इस फैसले पर सोनू सूद ने लिखा कि तमाम अच्छी बातों की तरह ये सफर भी खत्म हो गया है. मैंने स्वेच्छा से पंजाब के स्टेट आइकॉन का पद छोड़ा है। यह निर्णय मैंने और चुनाव आयोग ने पारस्परिक रूप से मेरे परिवार के सदस्य द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के आलोक में लिया था। मैं उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।
सभी अच्छी चीजों की तरह, यह यात्रा भी समाप्त हो गई है। मैंने स्वेच्छा से पंजाब के स्टेट आइकन के रूप में पद छोड़ दिया है। यह निर्णय मेरे और चुनाव आयोग द्वारा पारस्परिक रूप से मेरे परिवार के सदस्य द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के आलोक में लिया गया था।
मैं उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।🇮🇳– सोनू सूद (@SonuSood) 7 जनवरी 2022
दरअसल सोनू सूद की बहन मालविका इस बार चुनाव लड़ने जा रही हैं, इसका ऐलान सोनू सूद ने मोगा में किया था. वैसे सोनू सूद फिलहाल किसी राजनीतिक दल से नहीं हैं, लेकिन उनके चुनावी मैदान में उतरने के बाद आयोग ने ऐसा फैसला लिया है. बॉलीवुड स्टार सोनू सूद लगातार राजनीति में अपनी दिलचस्पी जाहिर करते रहे हैं.
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सोनू सूद की राजनीति में रुचि के कारण ही उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से हुई। इसके अलावा उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी मुलाकात की है। सोनू सूद सुखबीर बादल और अमरिंदर सिंह से भी मिल चुके हैं। वैसे सोनू किसी पार्टी के साथ नहीं हैं, लेकिन अपनी बहन के लिए प्रचार कर रहे हैं.
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