पंजाब चुनाव 2022: आप विधायक राघव चड्ढा ने आज प्रेस वार्ता करते हुए चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हमने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए बताया था कि चुनाव आयोग नियमों में बदलाव कर नए राजनीतिक दल का पंजीकरण करना चाहता है. चुनाव आयोग इसी पार्टी को चुनाव चिन्ह देने जा रहा है. आचार संहिता लगने के बाद भी इस मोर्चे को पंजीकृत किया जा रहा है।
पहले चुनाव आयोग का नियम था कि किसी पार्टी को पंजीकृत करने से पहले 30 दिनों की समय सीमा दी जाती है ताकि लोग उस संबंध में आपत्ति ले सकें, लेकिन हमें पहले से ही आशंका थी कि इसे बदला जा रहा है और यह सच है. यह भी हुआ है। आयोग ने 14 जनवरी को एक सर्कुलर भी जारी किया है।
जैसा कि आप ने खुलासा किया है, चुनाव आयोग ने अपने परिपत्र दिनांक 14.01.2022 के माध्यम से ‘सार्वजनिक सूचना अवधि’ को 30 दिन से घटाकर 7 दिन कर एक विशेष समूह को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत कराने के लिए एक विशेष अपवाद बनाया है।
हारने के लिए कौन खड़ा है? लाभ के लिए कौन खड़ा है? सोचना। https://t.co/Ayc52L4C8l pic.twitter.com/cNwv7UEuEW– राघव चड्ढा (@raghav_chadha) 15 जनवरी 2022
इस सर्कुलर में कहा गया है कि अब 30 दिन की समय सीमा घटाकर 7 दिन कर दी गई है. इसके लिए आयोग ने कारण बताया कि इन दिनों कोविड महामारी चल रही है और ऐसे में काफी दिक्कतें सामने आती हैं, इसलिए इस समय सीमा को घटाकर 7 दिन कर दिया गया है. राघव चड्ढा ने कहा कि हम आज आपके सामने इससे जुड़ा एक सबूत पेश कर रहे हैं कि यह आयोग का सर्कुलर है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नियम बदलकर किसी पार्टी का पंजीकरण कैसे किया जा रहा है.
किसी पार्टी का वोट काटने की साजिश रची जा रही है
उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को रोकने की साजिश रची जा रही है. आप का वोट काटने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि आज हम चुनाव आयोग से सवाल पूछ रहे हैं कि आप किस पार्टी का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं? इससे किस पार्टी को फायदा होगा? इससे किसे नुकसान होगा? और इसकी क्या जरूरत थी? उन्होंने कहा कि हमारा सवाल यह है कि कौन लोग हैं जो इस साजिश को अंजाम दे रहे हैं?
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