लता मंगेशकर का निधन: नोटों के मालिक नहीं रहे। स्वरा नाइटिंगेल लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को मुंबई में निधन हो गया। लता दीदी के निधन पर देश में दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज करने वाली लता मंगेशकर के निधन के बाद भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी लोग गमगीन हैं।
पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी, विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ समेत कई संगीत प्रेमियों ने लता दीदी के निधन पर गहरा दुख जताया है. लता मंगेशकर के निधन के बाद पाकिस्तान की मंत्री समेत कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने दी लता दीदी को श्रद्धांजलि
लता मंगेशकर के निधन पर पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘अब महान शख्सियत नहीं रही। लता मंगेशकर गायन की उस्ताद थीं जिन्होंने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया। उनकी आवाज आने वाले समय में भी सबके दिलों पर राज करती रहेगी।
एक किंवदंती अब और नहीं है, #लता मंगेशकर संगीत की दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुरीली रानी थीं संगीत की बेताज रानी, उनकी आवाज लोगों के दिलों पर हमेशा राज करती रहेगी #RIPLataमंगेशकर
– च फवाद हुसैन (@fawadchaudhry) 6 फरवरी 2022
लता जी ने अपनी सुरीली आवाज से कई पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध कर दिया- शाहबाज शरीफ
एक अन्य पाकिस्तानी नेता शाहबाज शरीफ ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ‘संगीत की दुनिया ने एक ऐसी गायिका खो दी है जिसने अपनी सुरीली आवाज से पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेरी पीढ़ी के लोग उनके खूबसूरत गीतों को सुनकर बड़े हुए हैं जो हमेशा हमारी स्मृति का हिस्सा रहेंगे। भगवान उसकी आत्मा को शांति दे!
लता मंगेशकर के निधन से संगीत की दुनिया ने एक ऐसी गायिका खो दी है जिसने अपनी सुरीली आवाज से पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेरी पीढ़ी के लोग उनके खूबसूरत गीतों को सुनकर बड़े हुए हैं जो हमारी स्मृति का हिस्सा रहेंगे। भगवान उसकी आत्मा को शांति दे!
– शहबाज शरीफ (@CMShehbaz) 6 फरवरी 2022
आपको बता दें कि पूरी दुनिया के दिलों पर राज करने वाली लता मंगेशकर का आज मुंबई में निधन हो गया. वह पिछले 29 दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं। लता जी के निधन के बाद भारत में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है, अब तिरंगा झंडा दो दिन आधा झुका रहेगा.
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लता मंगेशकर का जन्म इंदौर की उस गली में हुआ था जिसमें ‘स्वर नाइटिंगेल’ का जन्म हुआ था, वह जीवित रहते हुए अपना नाम नहीं ले सकीं
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