विपक्ष ने इमरान खान पर पत्र के जरिए सरकार बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है, लेकिन उनकी कोशिशें कामयाब नहीं होने वाली हैं. बीते दिनों इमरान खान के सहयोगी दल पार्टी छोड़ चुके हैं। जिससे इमरान खान अब संसद में बहुमत साबित कर पाएंगे, इसकी संभावना लगभग न के बराबर है।
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