कोरोनावाइरस: ब्रिटेन में हुए एक नए शोध से पता चला है कि संक्रमित व्यक्ति की नाक से पानी की एक सूक्ष्म बूंद के संपर्क में आने से ही कोई व्यक्ति कोविड-19 का शिकार हो सकता है। इस शोध की शुरुआत में, प्रतिभागियों के शरीर में SARS-CoV-2 वायरस के टुकड़े इंजेक्ट किए गए थे।
शोध में 36 स्वस्थ युवा प्रतिभागियों को शामिल किया गया
लंदन के रॉयल फ्री हॉस्पिटल में किए गए शोध में 36 स्वस्थ युवा प्रतिभागियों को शामिल किया गया था, जिनमें वायरस के खिलाफ कोई प्रतिरोधक क्षमता नहीं थी। सभी प्रतिभागियों को वायरस की न्यूनतम मात्रा से अवगत कराया गया था, जो आमतौर पर संक्रमण के चरम के दौरान नाक के पानी की एक सूक्ष्म बूंद में मौजूद हो सकता है।
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