कोरोना टीकाकरण: फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी खुराक कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट से होने वाली मृत्यु दर को 90 प्रतिशत तक कम कर सकती है। इस्राइल में हुए एक अध्ययन में यह बात कही गई है।
अमेरिका में गुरुवार को प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ अध्ययन में 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग शामिल थे, जिन्हें कम से कम पांच महीने पहले फाइजर वैक्सीन की दो खुराक मिली थी।
अध्ययन में शामिल 8,43,208 लोगों को दो समूहों में शामिल किया गया था। इनमें से एक समूह में वे लोग शामिल थे जिन्हें अध्ययन के दौरान बूस्टर खुराक मिली, जबकि दूसरे समूह में वे लोग शामिल थे जिन्हें बूस्टर खुराक नहीं मिली। इन दो समूहों के अध्ययन के परिणामों की एक दूसरे के साथ तुलना की गई।
क्लैलिट हेल्थ सर्विस और इज़राइल के बेन-गुरियन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन से पता चला है कि फाइजर के एंटी-कोविड -19 वैक्सीन की बूस्टर (तीसरी) खुराक ने कोरोनावायरस के डेल्टा रूप से मृत्यु दर को 90 प्रतिशत तक कम कर दिया है। शायद।
आपको बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम तेजी से चलाया जा रहा है। साथ ही संक्रमित मामलों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है। दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण का आंकड़ा 26 करोड़ 93 लाख 21 हजार 866 को पार कर गया है. वहीं अब तक 53 लाख 10 हजार से ज्यादा मौतें कोरोना संक्रमण से हो चुकी हैं.
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