जापान में यूएसएस नेवादा: अमेरिका ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी यूएसएस नेवादा को जापान के पास गुआम द्वीप पर एक दुर्लभ बंदरगाह पर तैनात किया गया है। फिलहाल कई विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका ने जापान में अपने सबसे घातक हथियारों में से एक यूएसएस नेवादा परमाणु पनडुब्बी को तैनात करके अपने सहयोगियों और विरोधियों को एक विशेष संदेश भेजने की कोशिश की है।
बताया जा रहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में लंबे समय से तनाव बढ़ता जा रहा है. जिस पर अंकुश लगाने के लिए अमेरिका को यह कदम उठाना पड़ा है। वहीं अमेरिकी नौसेना का कहना है कि जापान के बंदरगाह में अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी यूएसएस नेवादा की तैनाती से इस क्षेत्र में हमारे सहयोगियों और उनके बीच संबंध मजबूत होंगे। अमेरिकी नौसेना का कहना है कि ऐसा करने से अमेरिकी क्षमता के साथ-साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने की उसकी तत्परता दिखाई गई है।
गुआम, यूएसएस नेवादा (एसएसबीएन 733) में आपका स्वागत है!
ओहियो-श्रेणी की बैलिस्टिक-मिसाइल #पनडुब्बीकी यात्रा हमारे परमाणु त्रय की क्षमता और लचीलेपन को मजबूत करने का प्रदर्शन करती है #अमेरिकाक्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता। #निरोध #आश्वासन #तत्परता https://t.co/9Spvr0HFMX pic.twitter.com/TrtHcKiFLM– प्रशांत पनडुब्बियां (@PacificSubs) 15 जनवरी 2022
यूएस पैसिफिक फ्लीट कमांडर सबमरीन फोर्स के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से जानकारी देते हुए कुछ तस्वीरें पोस्ट की गई हैं। जिसमें अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी यूएसएस नेवादा को जापान के पास गुआम द्वीप पर देखा जा सकता है। इसके साथ ही कैप्शन में लिखा है कि ‘गुआम में यूएसएस नेवादा (एसएसबीएन 733) में आपका स्वागत है! ओहियो-श्रेणी की बैलिस्टिक-मिसाइल पनडुब्बी की यात्रा हमारे परमाणु हथियारों की क्षमता और लचीलेपन को प्रदर्शित करती है जो क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को पुष्ट करती है।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते के आखिर में अमेरिकी नौसेना की सबसे ताकतवर पनडुब्बी यूएसएस नेवादा अचानक जापान के गुआम द्वीप पर एक बंदरगाह पर पहुंच गई. वर्तमान में, यह ओहियो-श्रेणी की परमाणु शक्ति वाली पनडुब्बी 20 ट्राइडेंट बैलिस्टिक मिसाइलों और दर्जनों परमाणु हथियारों से लैस है। जिसे यूएस पैसिफिक आइलैंड्स में यूएस नेवी बेस पर तैनात किया गया है।
बीते दिनों चीन और ताइवान के बीच तीखी नोकझोंक की खबरों के बीच अमेरिका ने उत्तर कोरिया, चीन और रूस पर पकड़ बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है. बताया जा रहा है कि यूएसएस नेवादा परमाणु पनडुब्बी इतनी शक्तिशाली है कि यह लगभग 77 दिनों तक पानी के भीतर रह सकती है और समुद्री सीमा की निगरानी कर सकती है।
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